Skip to main content

Posts

Showing posts from June, 2025
 
 
 ### **गुरु घासीदास जी: संपूर्ण जीवन परिचय एवं शिक्षाएँ** #### **1. प्रारंभिक जीवन** - **जन्म:** 18 दिसंबर 1756, गिरौदपुरी (वर्तमान छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में) - **माता-पिता:** महंगू दास (पिता) और अमरौतिन बाई (माता) - **जाति:** चमार (हरिजन) समुदाय से थे, लेकिन जाति व्यवस्था का घोर विरोध किया #### **2. आध्यात्मिक जागरण** - 12 वर्ष की उम्र में घर छोड़कर जंगल में तपस्या की - 12 साल तक गहन साधना कर **"सतनाम" (परम सत्य)** का ज्ञान प्राप्त किया - कबीर, रैदास और नानक के विचारों से प्रभावित थे #### **3. सतनाम पंथ की स्थापना** - **मूल सिद्धांत:**    - एक ईश्वर (सतनाम) में विश्वास   - मूर्ति पूजा का विरोध   - जाति व्यवस्था का खंडन   - शाकाहार और नशामुक्ति पर जोर - **7 मूल नियम:**   1. सतनाम का जाप   2. मूर्ति पूजा न करना   3. जाति भेद न मानना   4. मांस-मदिरा त्याग   5. झूठ-चोरी से दूर रहना   6. ईमानदारी से मेहनत करना   7. गुरु घासीदास की शरण लेना #### **4. सामाजिक क्रांति** - **जाति उन्मूलन:** "जाति-पाति पूछे नहिं कोई" का नारा...
 भारत के इतिहास में कई महान गुरुओं और आध्यात्मिक शिक्षकों ने जन्म लिया है जिन्होंने समाज को नई दिशा दी। यहाँ भारत के टॉप 10 गुरुओं की सूची दी जा रही है: ### **भारत के 10 सबसे प्रभावशाली गुरु**   1. **गुरु नानक देव जी** (1469-1539)      - सिख धर्म के संस्थापक      - "एक ओंकार" का संदेश दिया      - लंगर प्रथा शुरू की   2. **आदि शंकराचार्य** (788-820 ई.)      - अद्वैत वेदांत के प्रणेता      - चार मठों की स्थापना की      - भारत में हिंदू धर्म का पुनरुत्थान किया   3. **रामकृष्ण परमहंस** (1836-1886)      - स्वामी विवेकानंद के गुरु      - "जीवो सेवा ही शिव सेवा" का संदेश दिया      - सभी धर्मों की एकता पर जोर दिया   4. **स्वामी विवेकानंद** (1863-1902)      - रामकृष्ण मिशन की स्थापना की      - 1893 में शिकागो धर्म संसद में भारत का प्रत...