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Showing posts from 2019

How a prophecy work

How a prophecy work He is trying to solve the biggest mystery and finally he got the answer. How a prophecy work. Understanding how a prophecy work is like solving the secret of the universe.  If someone hear the voice of future time. It can make a prophecy. Hearing future time means only he will hear the voice . He can’t see the future ,he can’t see the colour , he can’t feel the smell,only he will hear the words.       And other type of prophecy is he can see the future ,he will hear the voice also, he can fill the energy of negative or positive,he can feel the emotion,it is better than only hearing voice. This is the answer of prophecy work. It means everything is preplan (हर चीज पहले से तय है) It solve the puzzle and make a question (how this is possible) It looks like impossible & mystery remain mystery 

My first ebook on Amazon

https://www.amazon.in/dp/B07Z271P5F/ref=cm_sw_r_cp_awdb_t1_M7qRDbNRWBFRZ There are two ways to write a book. First read a lot of books and know how to write a book. How to describe emotion , thought in words. How to frame sentence.How to write like a professionals. And second way is to write a story or a book in own style. Use your own emotion to write a story, frame sentence as you like . I started writing this book in 2012. I typed first letter and my thoughts and emotion came into words. I don’t  know how to write a story and also don’t know the story. I typed one letter then second then third and it becomes a sentence. The first sentence then second and third and it becomes a paragraph.      I don’t know the future and also don’t know which sentence comes next I just write . It looks like thoughts are coming from unknown place, and becoming words which I type. It becomes words , then sentences then paragraph and then becomes an story.   ...

Day 14 (suffering from an illness)

आसिफ  is suffering from an illness  वह जान चुका है कि वह अतीत और भविष्य में रहता है। वर्तमान में रहना उसके लिए मुश्किल है ।वर्तमान में रहने की वह बहुत कोशिश करता है फिर भी वह अतीत और भविष्य में चला जाता है । वह अपनी सोच पर काबू करने की कोशिश करता है फिर भी वह वर्तमान में बहुत कम ही रहता है ।वह नहीं जानता कि उसके साथ ऐसा क्यों हो रहा है ।वह जान चुका है कि इस स्मृति एक खतरनाक चीज है जो यादों को समेटे रखता है ।जो बीत चुका है उसे याद रखता है वह नहीं जानता कि ऐसा क्यों होता है और दूसरी तरफ है भविष्य । जो होने वाला है पर हुआ नहीं है जिसमें व्यक्ति खुद को देखने की कोशिश करता है कल्पना करता है और खुद को रखने की कोशिश करता है ।अतीत को देखना व उसके बारे में सोचना आसान है पर भविष्य को देखना व उसके बारे में सोचना आसान नहीं है। अतीत जो हमें लगता है कि वह सच है क्योंकि हमने अपनी आंखों से देखा है उसे महसूस किया है हमारी emotion ने भी साथ दिया पर भविष्य ऐसा नहीं है हमारी आंखें नहीं देख सकती। हमने भविष्य को महसूस नहीं किया है पर वह होने वाला है और भविष्य बनता है हमारे निर्णय से।  प...

Day 13 (One percent)

मैं अपनी कमाई का 1% हिस्सा उस लड़के  को देना चाहता हूं जिसने मुझे वो दिखाया जो मैं देख नहीं पाया। और वह 1% में दुनिया का सबसे बड़ा लॉकर तोड़ता है और उसमें रहता है बिटकॉइन (यह होता है जब बिटकॉइन बनने से कई साल पहले)  आसिफ कहता है बिटकॉइन ,ये बिटकॉइन आखिर है क्या चीज़ कोई अपने लॉकर में बिटकॉइन क्यों रखेगा पर उसने तो कहा था कि उसने दुनिया का सबसे बड़ा लॉकर तोड़ा है और उस लॉकर में सबसे बड़ा खजाना। पर यह तो बिटकॉइन है।वह अपने आसपास वाले लोगों से पूछता है कि क्या वे बिटकॉइन के बारे में जानते हैं पर कुछ ने कहा नहीं और कुछ थे खामोश।       आसिफ सोचता है कि उस व्यक्ति ने उससे झूठ बोला होगा और वह व्यक्ति आसिफ का ही एक रूप  है ।आसिफ दो कैरेक्टर में हैं ।एक वो जो वर्तमान में है और एक वह जो भविष्य में है। आसिफ बिटकॉइन के बारे में भूल जाता है क्योंकि उसे लगा किसी ने उससे झूठ बोला। आसिफ अपने दोस्तों और व्यापारियों से कहता है कि क्या आप अपनी कमाई का 1% हिस्सा मुझे दे सकते हैं 99% आप रख लेना। जब आसिफ  ने यह कहा तो लोगों  ने उसकी आंखों को देखा ।नजर मिलाई पर मुझे ...

Day 12 (Sometimes he thinks he is Prophet)

आसिफ को पता चलता है कि बचपन से लेकर आज तक उसके साथ अजीब सी घटनाएं हुई है जिसे वह समझ नहीं सका।            पर वह इतना जान क्या है कि वह सामान्य व्यक्तियों से बिल्कुल अलग है।उसे पता चलता है कि उसके बातें सच हो रही है। वह सोचने लगता है कि क्या मैं एक प्रोफेट(Prophet) हूं। उसे वो दिखाई और सुनाई देने लगा है जो बाकी लोगों को नहीं दिखता। बचपन में उसके साथ हुई घटनाएं जो भविष्य के बारे में कहती है। उसे खुद पर यकीन नहीं होता पर वह खुद पर यकीन करता है।      आखिरकार उसे समझ आ ही गया कि आखिर में वह है कौन। वो खुद  से कहता है Prophet-Man who's words come true मैंने खुद को समझने में बड़ी देर कर दी। उसे यह समझ नहीं आया कि यह सब कैसे होता है।         लोग वर्तमान से भविष्य को बदलते हैं पर मैंने तो भविष्य से वर्तमान को बदल दिया। मैंने वर्तमान से भविष्य को बदलते हुए सुना है  पर भविष्य से वर्तमान को बदलते हुए नहीं ।           आसिफ मुस्कुराता है।

Day 11(Challenging to people and their God)

यह मेरे और God की बीच की लड़ाई है और हां घर जाकर आप सब अपने God से कहना  कि जो उन्होंने इस दुनिया में छुपा कर रखा है मैं उन्हें ढूंढ निकालूंगा ।आसिफ लोगों को यह कहता है । आसिफ के शब्द मुझे अब भी सुनाई दे रहे हैं ।मै यह जानने की कोशिश कर रहा हूं कि उसने ऐसा क्यों कहा ।मै उसके शब्दों के अर्थ जानने की कोशिश कर रहा हूं । आसिफ कहता है जब आप God सुनते हो तो किसी याद करते हो ।किस चीज की कल्पना करते हो ।क्या आपको कोई मूर्ति दिखाई देती है या फिर कोई चित्र। क्या उसके आगे आपको कुछ दिखाई देता है। God आखिर है किस चीज का नाम ,और हम उसे देखते कैसे हैं। क्या आप God को define कर सकते हो। आसिफ कहता हैं मैंने कहीं पढ़ा है Man who knows God cannot define him Man who can define God does not know him  God को याद कैसे किया जाता है किसी चीज की कल्पना कर के या फिर  God  exist ही नहीं करता फिर भी हम उसे याद करते हैं। आसिफ अपने दोस्तों से कहता है जो God  पर विश्वास नहीं करते उन्हें कोई जरूरत नहीं साबित करने की God exist करता है पर जो God पर यकीन  करते हैं  उन्हें जरूरत...

Day 9 (The best prophecy ever)

          आसिफ़ अपनी डायरी बंद करता है और  अपने अतीत में हुए घटनाओं की याद करने की कोशिश करता है ।उसे पता चलता है कि उसने भविष्य के बारे में कुछ कहा था ।  उसने लोगों को निवेश के बारे में बताया। फेसबुक आएगा जिसका फाउंडर मार्क जुकरबर्ग है।यह 2004 में कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए ओपन रहेगा फिर 2006 में पब्लिक के लिए ओपन हो जाएगा।  उसने बताया था कि आप इसके शेयर  खरीद लेना। क्योंकि मार्क जुकरबर्ग फेसबुक की वजह से बिलेनियर बना। वह टॉप टेन अमीर व्यक्तियों में शामिल हो गया।             उसने बताया था कि बिटकॉइन क्रिप्टोकरंसी आएगी जो कि बबल होगा। जिसका फाउंडर सतोशी नाकामोतो है फिर भी कोई नहीं जानता कि सतोशी नाकामोतो दिखता कैसा है।उसने बताया था कि 2009 में इसे bitcoin.org  से खरीद लेना उसने यह भी बताया था कि बिटकॉइन की कीमत सबसे ऊपर कब रहेगी ।the date is 15 December 2017। उसने भारत में 15 सेकंड तक भारत का सबसे अमीर व्यक्ति बन के दिखाया था। उसने कहा था कि अगर आप 2009 में 100000 बिटकॉइन या 1000000 बिटकॉइन या 10000000 बिटकॉइ...

Day 8 Secret diary (magic and love)

मैं ऐसे चल रहा हूं मानो कुछ हुआ ही न हो, पर मेरे मन के अंदर तूफान चल रहा है जो हर चीज नष्ट करते जा रहा है, मेरे विचारों की रफ्तार तेज कर रहा है, जिससे मैं कुछ ढंग से सोच नहीं पा रहा हूं, पर जो सोच रहा हूं वे वो विचार है जिसने तूफान को जन्म दिया है, मैं इस तूफान से बचने की कोशिश कर रहा हूं, मैं आंधियों की मार सह रहा हूं, तेज हवाएं जो मुझे रोकने की कोशिश कर रहे हैं, मैं दोबारा उसे सही करने की कोशिश कर रहा मैं वक्त के पीछे नहीं जा सकता, है उन सब के लिए मैं खुद को दोषी मानता हूं,तो कभी उसे दोषी  ठहराता हूं जिसकी वजह से मैं कुछ सीख रहा था, इस वक्त मैं बहुत दुखी हूं, और लोगों को बनावटी चेहरा दिखा रहा हूं जिसे देख कर लगता है मैं शांत हूं सच तो यह है कि मैं अकेलेपन से जूझ कर बहुत थक गया हूं, निराश हो चुका हूं, अकेलापन एक विष है जो शरीर को पूरी जड़ से हिलाने की क्षमता रखता है, मैं हमेशा दो चीजों को सीखना और पाना चाहता था,  प्यार और जादू। ये दो चीज़े मुझे पूरी तरह बदल देते थे, एक प्यार जिसे मै अब तक समझ न सका,और अभी तक इसे झेल रहा हूं,मै जितना इन दोनों चीजों के करीब आने की कोशिश करता ह...

Day 7 (The Right and Wrong Direction)

हम छोटी- छोटी खुशियां मनाते हैं और इससे हम अपनी दुनिया बनाते हैं, क्या सदियों से दुनिया ऐसी चलती आ रही है?कभी- कभी हम किसी चीज से डर कर अपना रास्ता मोड़ लेते हैं हमें पता ही नहीं होता कि वह रास्ता कहां जाएगा, हम आगे जाते रहते हैं और हम वह चीज ढूंढ लेते हैं जो चीज हमने पहले कभी नहीं ढूंढा था ऐसा मेरे साथ भी हुआ, मैंने वो चीज देखा  जो मैंने पहले कभी नहीं देखा था,मैंने कुछ सवाल लोगों से पूछा जो मेरे मन में चल रहा था और जवाब मेरे सामने हाजिर था। हमें थोड़ा सा साहस करके पूछना भर होता है और जवाब भी मिल जाता है, जवाब देने वालों की आंखों में कुछ देर के लिए चमक आ जाती है, क्योंकि उन्हें लगता है कि जो चीज उन्होंने सीखा है वह किसी काम के नहीं, वैसे भी मैं बोर हो रहे होते हैं क्योंकि उनके पास करने को कुछ और नहीं होता।                  मैं सोचता हूं रास्ता काफी लंबा हो, ऐसे लोगों से मिलूं जिनके बारे में मैं हमेशा सोचता था (पर ऐसा कभी होता नहीं था) वह काम करूं जिसे करने की मेरी हमेशा से चाहत रहती थी (पर कभी कर नहीं पाता था) मेरे साथ कोई रहे (जिस पर ...

Day 6 (Remembering Childhood)

वो उठकर बाहर गया और उगते सूरज को देखता रहा फिर वहां से चलना शुरू कर दिया। रोज की तरह उसने चीजों को देखा।वह सोचता है काफी दिन बीत चुके हैं वही रास्ते है, वही पेड़ पौधे, मैं उनसे बातें नहीं कर सकता।मै उन्हें देख सकता हूं कई समय से यह वही के वही खड़े हैं ,बिना कुछ कहे। ये मेरे साथ हमेशा से हैं अकेलेपन में भी और मुसीबतों के दौर में भी। मेरी आंखें उन दिनों को याद कर रहा था जब मैं पढ़ाई करता था। मेरा नाम आसिफ़ था आसिफ़ ने कुछ लोगों की आंखों में चमक देखी। उसने उन व्यक्तियों को पहली बार देखा था। उसका  मन उसे कुछ कह रहा था।उसने आकर्षण को महसूस किया। शायद यह वही चीज थी जो कई सालों से लगातार चलती आ रही है। लोगों की समझ से बाहर, पर यह उसे एक नई चीज सिखा रही थी।उसे कुछ चंद सेकेंड के लिए आनंद का आभास हुआ ।उसने देखा कि कुछ लोग समय को रोकना चाहते थे और वो उस पल में ही रहना चाहते थे पर समय हर रोज की तरह चला जा रहा था  आसिफ़ कोने में खड़ा सोच रहा था,उसका मस्तिष्क  प्रश्नों से भरा था फिर भी वह कुछ देर के लिए ठहर सा गया। वह सोच रहा था कि कैसे वह कुछ लोगों के चेहरे देखकर ही उसे कुछ आभास होने...

Day 5 (mysterious dream)

      वह पहाड़ों से सीधे ऊपर की तरफ जा रहा था।जब वह ऊपर पहुंचा तो उसने सोचा कि कुछ देर ठहरा जाए।वह एक छोटे से चट्टान पर बैठ गया और नीचे की ओर देखने लगा। पेड़ पोधों को देखता रहा, हवाओं को महसूस किया। पक्षियां आसमान में उड़ रहे थे जिन्हें किसी चीज का डर न था।अब डूबते सूरज को कुछ देर तक देखता रहा फिर वह वहां से नीचे आने लगा। अब  उसने अपनी राह पकड़ी और गांव की ओर चल दिया। जब वह सोया और जब वह उठा तो इसके बीच उसने एक ऐसी दुनिया देखा या फिर वह एक ऐसी दुनिया में था जहां से वह वापस नहीं आना चाहता था। कुछ देर सोचता है काश मैं हमेशा के लिए उसी दुनिया में रहता। वह दुनिया जिसे हर कोई देखता है और उठते ही उसे वह दुनिया नष्ट होने का आभास होता है ।वह दो तरह की दुनिया में जीता है एक दृश्य और दूसरा अदृश्य ।जो वह उठता है तो दूसरी दुनिया को भूल जाता है।एक रात जब मैं सो रहा था।तब मैंने खुद को अनजान कमरे में पाया।मेरे साथ पांच लोग और थे।जिसमें से एक मेरा दोस्त था।मै और मेरा दोस्त उस कमरे में पहली बार आए थे।हम सभी एकसाथ फर्श पर बैठे थे।हम एक नई चीज सीख रहे थे।जो वाकई बहुत पुरानी थी।सभी आंख...

Day 4 ( Finding reason)

आखिर क्यों कुछ लोग मरने का निर्णय लेते हैं तो कुछ लोग जिंदा रहने का। क्या हम अकेले हैं या फिर हमारे साथ कोई है जो हमारी मदद करता है जिनके बारे में हम नहीं जानते ।              मैं जिंदा हूं इसके लिए मैं कृतज्ञ हूं। हर वह चीज जिसे मैंने देखा है , हर वो रास्ता जिस पर मैंने चला है। हर वो आदमी जो कुछ कहता है ।मैं सिर्फ रास्ता चुन सकता था ।और मैंने जिंदा रहने का रास्ता चुना ।मेरे लिए वर्तमान ही काफी था।             हर चीज के होने का एक वजह है पेड़ों से पत्तियां गिर जाती है और उसी पेड़ पर पत्तियां उग जाती है। गिरी हुई पत्तियों का भी वजह है और उगने वाली पत्तियों का भी एक वजह है।                अकेलापन उस चीज के बारे में सोचने पर मजबूर कर देता है जिस चीज के बारे में पहले कभी न सोचा था ।हर दिन एक जैसा नहीं होता है फिर भी हम एक जैसा महसूस करते हैं ।               वह व्यक्ति बादलों को देखता है फिर पक्षियों को। अचानक मौसम बदलता है फिर बादलों से पानी गिरने ...

Day 3 (Storyteller)

मैं जितने लोगों से मिला हूं उनके पास कहने के लिए कुछ था मैं लोगों की बातें सुनता हूं और कुछ लोगों को काम करते देखता हूं। ताकि मैं कुछ समझ सकूं। या फिर यूं कहे कि मैं मुफ्त की चीजें देखने का आदी हूं। रास्ते में कभी कुछ लोग मिल जाते हैं तो कभी यूं ही अकेला खामोश पैदल चलता रहता हूं ।मैं आसपास की चीजों व हलचल को समझने की कोशिश करता हूं ।ठीक उसी तरह जिस तरह अनजान व्यक्ति अनजान जगह पर करता है। कभी-कभी तो मैं खुद समझ नहीं पाता कि मैं यहां क्यों हूं। कभी-कभी सोचता हूं कि मेरे साथ चमत्कार क्यों नहीं होता या फिर मेरे साथ चमत्कार होते हुए भी मैं उसे नहीं देख पाता हूं। मैं क्यों अकेला हूं खुद के सवालों का जवाब पाने के लिए ।आखिर क्यों कुछ लोग दिल को छू जाते हैं तो कुछ लोग नहीं।               इतना अंतर क्यों है। क्या चीज मुझे एक चीज को चुनना सिखाती है और दूसरे को नहीं ।                कभी-कभी मैं सोचता हूं कि मैं एक ऐसी जिंदगी जी रहा हूं जिसका कोई मतलब नहीं। वही हवाओं के झोंके ,वही आसमान ,वही मौसम ,वही जगह और वही मैं। ...

Day 2 ( Observing)

जब कोई किसी का इंतजार करता है तो कुछ लोग अपनी निगाहें जमीन में गड़ाय रखते हैं तो कुछ लोग आसपास से गुजरने वालों को देखते है।मुझे नहीं मालूम की आखिर मै ऐसा क्यों करता हूं ये उस हवा के झोंके जैसा है जिस से पौधे कुछ अंश तक झुक जाते हैंऔर हवा के गुजरने के बाद फिर अपनी जगह पर आ जाते हैं।               रास्ते में चलते हुए उसे खंभा नजर आता है जिस का ऊपरी हिस्सा किसी चीज से सटा हुआ था। खंभा सिलेंडर के आकार में था। खंभे के आधे भाग में सूर्य का प्रकाश था और ठीक आधे भाग में छांव था। प्रकाश और छांव के मेल से खंभे पर दो लकीर बन रही थी ।और उसकी एक लकीर पर चीटियां खंभे के ऊपर  चढ़ रही थी ।और कुछ चीटियां नीचे उतर रही थी ।ऊपर जाने वाले चीटियों की संख्या ज्यादा थी जबकि नीचे उतरने वाले चीटियों की संख्या कम। उन चीटियों के आधे भाग में प्रकाश था और आधे भाग में छांव।                     एक जगह मैंने देखा कि कुछ लोग अंदर जा रहे थे और कुछ लोग बाहर निकल रहे थे। मैं कुछ देर तक वहीं खड़ा रहा मैंने रास्ते में जाते हुए एक आदम...

Day 1 (Walking)

वह पहाड़ों के नजदीक जाने लगा। एक पेड़ के नीचे जाकर रुका और अपनी नजरें पहाड़ों की चोटियों पर गड़ाई। पहाड़ों के किनारे बसे गांव को देखता है। पत्थर तोड़ते मजदूरों को देखता है। रास्ता जिन्हें मजदूरों ने बनाई है अपनी हाथों की परवाह किए बगैर। वो सड़क जो किसी दूसरे सड़क से जुड़ती है और अपना काम पूरा करती है। न जाने कितने लोगों को उसने वहां पहुंचाया जहां वे पहुंचना चाहते थे। उसका नाम जो सिर्फ वही जानता था क्योंकि उसे जानने वाले अब जिंदा न थे। नियम जो प्रकृति ने बनाए है नियम जिसे तोड़ा नहीं जा सकता । प्रकृति जो अपने नियमों को पूरा करती है।                      बुढ़ापा कुछ लोगों के लिए वो समय जो अपने परिवार के साथ बिताना। वो बुढ़ापा जो गति कम कर देती है। वो बुढापा जिसका अहसास बचपन में नहीं किया जा सकता। कुछ के लिए अपने सपनों को पूरा करना हो सकता है तो कुछ के लिए आराम। वो बुढापा जिसमें किसी ने सहारा ना दिया।                             पहाड़ के किनारे बने सड़कों में ...